वक़्त का क्या है? गुजर जायेगा,
मौसम का क्या है? बदल जायेगा,
हसरतें हैं जिनकी उड़ने की, खुले आसमान में,
हालातों का कफ़स कब तक, जकड रख पायेगा?
मौसम का क्या है? बदल जायेगा,
हसरतें हैं जिनकी उड़ने की, खुले आसमान में,
हालातों का कफ़स कब तक, जकड रख पायेगा?
1 comment:
Post a Comment